छठ महापर्व षष्ठी तिथि 7 नवंबर  2024 को मनाया जाने वाला पर्व है

छठ पर्व के प्रति आस्थावान या अक़ीदा होकर छठ व्रत करने लगे हैं।

चैत्र शुक्ल षष्ठी, चैती छठ  इस तरह दो छठ व्रत विशेष रूप से महत्व है।

छठ पर्व के चार दिनों का खास महत्व नहाय खाय, खरना, संध्या अर्घ्य, प्रातःकालीन अर्घ्य होता है। 

छठ पूजा को सबसे कठिन व्रतों  माना जाता है यह सुख-समृद्धि, संतान की दीर्घायु और रोगमुक्त जीवन  होता है। 

छठ पूजा का प्रसाद  रूप में ठेकुआ, मालपुआ, चावल के लड्डू, फलों और नारियल चढ़ाया जाता है। 

सबसे पहले छठ पर्व सतयुग में राजा प्रियव्रत ने किया था। 

छठ मैया सूर्यदेव की बहन और ब्रह्माजी की मानस पुत्री हैं

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